हमारे किसान भाहियों को कृषि कार्य के लिए अक्सर पैसों की जरूरत पड़ती रहती है, लेकिन यदि आपको अब तक इस KCC योजना के बारे में नहीं पता था तो अब आपको कृषि कार्य में होने वाले खर्च के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि अब आप अपनी जमीन को गिरवी रखकर बहुत कम ब्याज पर खेती का लोन ले सकते हैं। इस लोन को आमतौर पर किसान क्रेडिट कार्ड या ग्रीन कार्ड भी कहा जाता है। केंद्र सरकार द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम स्पेशल किसानों के लिए ही शुरू की गई है।
Kisan Credit Card Yojana: किसान क्रेडिट कार्ड योजना 2022-23 में किसानों को मात्र 4% ब्याज दर पर 3 लाख तक का ऋण उपलब्ध करवाया जाता है। 4% ब्याज दर का लाभ लेने के लिए आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होता है जिसे हमने इस लेख में नीचे बताया है। इसलिए आप कृषि ऋण लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
किसान क्रेडिट कार्ड योजना 2024
यदि आप एक किसान है और आपने कभी भी अपने कृषि कार्य के लिए कृषि ऋण नहीं लिया है तो आप अपने नजदीकी बैंक जाकर अपने जमीन के कागज जमा करके कुछ अन्य औपचारिकताएं पूरी करके कृषि लोन ले सकते हैं। आपने किसी व्यक्ति से KCC के बारे में जरूर सुना होगा या कहीं देखा होगा ,आपके मन में यह सवाल भी आता होगा कि आखिर यह किसान क्रेडिट कार्ड क्या है। इस लेख में हम केसीसी लोन (Kisan Credit Card) से जुड़े सभी बिंदुओं पर सिलसिलेवार बात करेंगे।
किसान क्रेडिट कार्ड कम समय के लिए दिया जाने वाला एक कृषि ऋण है। केसीसी लोन किसानों के साल भर में खेती पर होने वाले खर्च को पूरा करने के लिए दिया जाता है। सरकार द्वारा किसानों को इसे क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक व अन्य सरकारी बैंकों के माध्यम से दिया जाता है। जिनका उपयोग किसान मुख्यतः खाद ,बीज, फसल की बुवाई ,खेती और फसल बीमा में होने वाले खर्च को पूरा करने के लिए करते हैं।\
किसान क्रेडिट ऋण परिचय, कब शुरू हुआ?
किसान क्रेडिट कार्ड एक प्रकार का ऋण होता है। जिसे किसानों को बैंकों के द्वारा बहुत ही सस्ते ब्याज दर पर दिया जाता है। इस योजना को भारत सरकार, रिज़र्व बैंक आफ इंडिया एवं नाबार्ड द्वारा मिलकर 1998 में शुरू किया गया था। जिसे किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) नाम दिया गया।
किसान कार्ड योजना का सार – Kisan Credit Card Yojana
योजना का नाम | किसान क्रेडिट कार्ड योजना (KCC) |
किसकी योजना है | केंद्र सरकार |
कब शुरू हुई | 1998 से |
लाभार्थी | भारत के किसान |
उद्देश्य | कम ब्याज दर पर ऋण दिलाना |
कितना ऋण मिलता है | 3 लाख तक का |
ब्याज दर | 7 % (3 लाख तक का) |
KCC फॉर्म PDF | क्लिक करें |
आधिकारिक वेबसाइट | https://pmkisan.gov.in/ |
कैसे लेवें, किसान क्रेडिट कार्ड लोन (KCC Loan) 2024
यदि आप किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम में लोन (Loan) लेना चाहते हैं तो आपको अपनी नजदीकी बैंक में जाना होगा आपको आधार कार्ड, पैन कार्ड व कृषि भूमि से जुड़े दस्तावेज जैसे खसरा, हिस्सा प्रमाण पत्र व खतौनी साथ में बैंक लेकर जाना होगा। ऋण देने से पहले बैंक के द्वारा आपकी CIBIL (सिबिल) रिपोर्ट चेक करी जाएगी। सिबिल रिपोर्ट सही होने पर ही बैंक आपको लोन देगा। 1.60 लाख तक कृषि ऋण के लिए आपको केवल इन्ही दस्तावेजों से ऋण दिया जा सकता है।
अगर आपको इससे अधिक का ऋण चाहिए तो इसके लिए आपके दस्तावेजों का तहसील से अपने अधिवक्ताओं से सत्यापन करवाया जा सकता है। बैंक अधिवक्ता संबंधित कृषि भूमि के 12 साल के रिकॉर्ड का सत्यापन करके अपनी रिपोर्ट तैयार करके बैंक को देता है। जिसके माध्यम से बैंक आपको आसानी से ऋण दे देगा।
इस तरह सभी दस्तावेज पूरे होने पर बैंक आपका KCC ऋण खाता खोलेगा ,एक बार लोन की लिमिट तय होने पर आप 5 साल तक कभी भी जमा व पुनः निकाल सकते हैं। बैंक द्वारा आपकी कृषि भूमि को बंधक किया जा सकता है।
किसान क्रेडिट कार्ड का उद्देश्य
KCC योजना की आवश्यकता क्यों पड़ी -जैसा कि हम सभी जानते है कि भारत में किसानों की स्थिति वित्तीय रूप से आज भी बहुत पिछड़ी हुई है। इसलिए उन्हें हमेशा खेती से संबंधित ज़रूरतें हो, या फिर उनकी पारिवारिक जिम्मेदारियां ,हमेशा किसी ने किसी काम से पैसों की आवश्यकता पड़ती रहती है। इन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किसानों के पास दो विकल्प थे या तो वह बैंकों के लंबी दस्तावेज प्रक्रिया से गुजरे जिसमें ऋण पास करने में महीना लग जाते थे। महीनों समय देने के बाद भी ऋण मिलेगा या नहीं मिलेगा इसकी कोई गारंटी नहीं होती थी।
दूसरा विकल्प यह था कि फिर वह साहूकारों के पास जाकर महंगे ब्याज दर पर पैसा उधार लेते तो उनका ब्याज इतना ज्यादा है कि एक बार लेने पर स्थित दिन प्रतिदिन खराब होती जाती है। किसानों को इसी समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड योजना (Kisan Credit Card Yojana) को लाया गया ,जिसकी कागजी प्रक्रिया को बेहद सरल किया गया जिससे किसानों को लोन लेने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
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किसान क्रेडिट कार्ड के लिए पात्रता
KCC ke liye eligibility kya hai – PM Kisan Credit Card लेने के लिए वे सभी किसान पात्र है जिनके पास जमीन है और इन किसानों के अलावा SHG या JLG को भी दिया जा सकता है।
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज
Documents Required for Kcc -किसान क्रेडिट कार्ड (kcc) को प्राप्त करने के लिए वही किसान पात्र होते हैं, जिनके पास कृषि भूमि होती है और इसके अलावा आवश्यक दस्तावेज भी होने चाहिए वो निम्न प्रकार से हैं-
- खसरा
- हिस्सा प्रमाण पत्र
- खतौनी
- पहचान पत्र
- ऋण सीमा 1.60 लाख से अधिक के लिए बारहसाला (तहसील से 12 वर्ष का जमीन का रिकॉर्ड)
- शपथ पत्र
- नजदीकी बैंकों से नोडयूज (No dues Certificate) प्रमाण पत्र भी मांगा जा सकता है।
नोट -इन सब दस्तावेजों के अलावा आपका सिबिल स्कोर 675 से अधिक होना चाहिए। (सिबिल स्कोर – किसी भी बैंक या वित्तीय संस्था से लिया गया लोन का पुनर्भुगतान आपने कैसे किया है इस आधार पर आपकी सिबिल रिपोर्ट निर्भर करती है )
Benefit of Kisan credit card (केसीसी के फायदे) 2024
किसान क्रेडिट कार्ड शुरू होने से किसानों को कई प्रकार के लाभ हुए हैं। भारत में किसानों की स्थिति इस समय भी ज्यादा अच्छी नहीं हुई है, लेकिन किसान क्रेडिट कार्ड योजना से भारतीय किसानों को आर्थिक एवं तकनीकी रूप से बहुत मदद मिली है। kcc scheme से भारतीय किसानों को बहुत से लाभ हुए हैं जो निम्न है।
- सरकार द्वारा बैंकों से मिलने वाले किसान कार्ड लोन की शर्तें काफी सरल और आसान बनवाई गई है। जिससे किसान बड़ी ही आसानी से अपनी शर्ते पूरी कर सकते हैं। बैंक को सिर्फ कुछ दस्तावेज देकर ही किसान क्रेडिट कार्ड बनवा सकते हैं।
- किसानों को मिलने वाले काफी उच्च दरों के ऋण से छुटकारा मिल गया है। किसान कार्ड की ब्याज दर ,मिलने वाले किसी भी लोन से काफी कम होती है।
- किसान क्रेडिट कार्ड का सबसे बड़ा लाभ यह है कि किसानों को बड़े-बड़े साहूकार ओर सेठों से मुक्ति मिल गई है। साहूकारों द्वारा भारतीय किसानो को काफी लंबे समय से शोषित किया जाता था लेकिन किसान क्रेडिट कार्ड आने से किसानों को काफी कम ब्याज दर पर ऋण मिल जाता है। जिस से उन्हें अब सेठ साहूकार से लोन की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
- किसान क्रेडिट कार्ड के बनने से किसान अपने खेतों की जुताई,बुआई, फसलों की सिंचाई समय से कर पाते हैं। जिससे उनके उपज में काफी बढ़ोतरी हुई है और उनकी उपज में हुई वृद्धि से उनकी आय भी बढ़ी है।
किसान कार्ड के लिए कितनी जमीन चाहिए?
किसान क्रेडिट कार्ड पर कितना लोन मिलता है या केसीसी के लिए कितनी जमीन चाहिए? यह सवाल आप सबके दिमाग में भी जरूर आता होगा ,कितना ऋण मिलेगा ? इस का निर्धारण जिले स्तर की एक तकनीकी संस्था DLTC (District Level Technical Committee) द्वारा निर्धारित स्केल आफ फाइनेंस पर निर्भर करता है। इसके प्रमुख या अध्यक्ष जिला अधिकारी होते हैं। स्केल आफ फाइनेंस को DLTC द्वारा प्रतिवर्ष निर्धारित किया जाता है। जिसमें सिंचित और असिंचित भूमि पर उगाई जाने वाली प्रत्येक फसल के लिए प्रति हेक्टर या प्रति एकड़ हेतु वित्तमान निर्धारित किया जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड की अवधि
किसान क्रेडिट कार्ड एक ओवरड्राफ्ट की तरह काम करता है यानी हम जब चाहे जमा कर सकते हैं और जब चाहे निकाल सकते हैं। जब आपका पैसा निकलेगा तभी आपको ब्याज देना पड़ेगा। किसान क्रेडिट कार्ड 5 वर्ष के लिए दिया जाता है ,5 वर्ष के बाद भी आप ब्याज जमा कर पुनः उसका नवीनीकरण करवा सकते हैं।
ओवरड्राफ्ट क्या होता है?
ओवरड्राफ्ट बैंक द्वारा अपने ग्राहकों को दिया जाने वाला ऐसा ऋण है जिसमें ग्राहक के खाते में पैसे नहीं होने पर भी ग्राहक पैसे निकाल सकता है। इसमें एक फिक्स ओवरड्राफ्ट लिमिट निर्धारित कर दी जाती है। ऋण सीमा(लिमिट) आपके और बैंक के आपस के संबंधों पर निर्भर करता है। जब आपके द्वारा पैसा निकाला जाएगा तभी आपको ब्याज देना पड़ेगा अथवा अगर आप पैसा नहीं निकालते हैं तो आपको ब्याज नहीं देना पड़ेगा।
किसान क्रेडिट कार्ड का ब्याज कितना होता है?
यदि आप अपने किसान कार्ड से 3 लाख का लोन लेते हैं तो आपके kcc intrest rate (केसीसी इंटरेस्ट रेट) के बारे में जरूर जानना चाहिए। आपको ध्यान रखना चाहिए कि आपने किस तारीख को ऋण लिया है, जिस तारीख को ऋण लिया है उसे 1 वर्ष पूरा होने से पहले ही आपको एक बार ब्याज सहित पूरा ऋण जमा करना होगा। (अगले ही दिन पुनः लेने के लिए आप पात्र हो जाते हो)
यदि आप ऐसा करते हैं तो आप सरकार के द्वारा 3 लाख तक के ऋण में 3% की ब्याज में छूट पा सकते हो। यह देश का सबसे सस्ता ऋण है। किसान क्रेडिट कार्ड पर कुल 9% ब्याज दर होती है जिसमें से 2% सब्सिडी केंद्र सरकार द्वारा दी जाती है फिर यह बचता है 7% और इसके अलावा यदि आप साल पूरा होने से पहले ही ऋण जमा कर देते हैं तो आपको 3 % अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि के रूप में छूट मिल जाती है। इस प्रकार यदि समय से जमा किया जाए तो 3 लाख के केसीसी ऋण पर आपको केवल 4% ब्याज ही देना होता है।
किसान क्रेडिट कार्ड किसान की मृत्यु होने पर क्या होता है?
Kisan Credit Card लेने के बाद किसान की मृत्यु होने पर क्या होता है -यह सब कुछ जानकार आपके मन में एक ख्याल जरूर आया होगा कि अगर किसान क्रेडिट कार्ड धारक किसान की मृत्यु हो जाती है तो उसके बाद उसका लोन जमा करना पड़ता है या KCC का पैसा माफ होता है या नहीं या फिर हमें किसी किसान क्रेडिट कार्ड बीमा योजना का लाभ मिलेगा ,तो हम आपको बताना चाहेंगे कि बैंक Kisan Credit Card ऋण देते समय उसकी जमीन को बंधक बना लेती है ,किसान के खतौनी पर बैंक का ऋण दर्ज़ हो जाता है इसके अलावा IGRSUP पोर्टल पर भी ऋण का चार्ज दर्ज करवा लिया जाता है।
खतौनी पर दर्ज प्रभार या चार्ज तभी हटा सकते हैं जब बैंक का ऋण पूरी तरह से जमा हो चुका हो। इसके अलावा बैंक ऋण देते समय किसान का एक दुर्घटना बीमा Personal Accident Insurance Scheme (PAIS) भी करवाती है। इसमें किसान से मात्र ₹5 प्रीमियम राशि ली जाती है ,किसान की दुर्घटना में मृत्यु होने की दशा में उन्हें क्लेम राशि मिलती है जिसका समायोजन उनके केसीसी ऋण खाते में किया जाता है ,जिससे उनका लिया हुआ लोन सटल हो जाता है। बीमा राशि जमा होने के बाद बच्ची राशि उनके परिवार को दे दी जाती है जो उनके कानूनी वारिस होते हैं क्योंकि उनके नाम जमीन तभी ट्रांसफर होगी जब बैंक का लोन चुकता हो जाएगा।
नोट – तो इस प्रकार किसान क्रेडिट कार्ड लेने के बाद अगर किसान की मृत्यु हो जाती है और अगर उसका बीमा बना हुआ है (जो बनाना अनिवार्य है) तो उस किसान की मृत्यु के बाद उसके KCC का लोन माफ़ कर दिया जायेगा।
कृषि ऋण बंधक करने की प्रक्रिया
अगर आप किसी भी बैंक से ऋण लेने जा रहे हैं तो आपको कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए ,जिनमें से एक यह है कि आपकी जमीन को बैंक द्वारा बंधक किया जा सकता है। आपकी जमीन कब बंधक होगी और कब नहीं आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए। वर्तमान में 1,60,000 रुपए से अधिक ऋण को ही बंधक करने का प्रावधान है। 1.6 लाख या उससे कम ऋण के लिए बंधक का प्रावधान नहीं है।
बंधक करवाने के लिए बैंक किसानों से ऋण देते समय एक समझौता प्रारूप पर हस्ताक्षर करवा लेती है। समझौता प्रारूप 5 प्रति में हस्ताक्षरित करवाया जाता है। बंधक पत्र को ऋण देने की तिथि से अगले 30 दिनों के अंदर-अंदर तहसील या रजिस्ट्री कार्यालय में भेजना होता है जिसकी दो प्रति रजिस्ट्रार कार्यालय में एवं दो प्रति तहसील में अपने अधिवक्ता के माध्यम से बैंक द्वारा भेजी जाती है। तहसील में इसका प्रभाव दर्ज करके एक-एक प्रति बैंक को वापस लौटा दी जाती है। इस प्रकार बैंक बंधक द्वारा प्रक्रिया पूर्ण होती है
जमीन बंधक -किसी भी जमीन के स्वामित्व के अधिकार स्थानांतरण पर तब तक रोक लगा दी जाती है जब तक की जमीन पूर्णतया किसी भी बंधन से मुक्त ना हो जाए। बंधक दोनों पक्ष की आपसी सहमति से करवाया जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड दुर्घटना बीमा (PAIS) क्या होता है ?
बैंक द्वारा किसान को KCC लोन देते समय किसान कार्ड धारकों के लिए व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना के तहत 50 हज़ार का बीमा करवाया जाता है। इसके लिए 70 वर्ष की आयु तक के सभी किसान क्रेडिट कार्ड धारक पात्र है। किसानों को इसके लिए मात्र ₹5 प्रीमियम देना होता है इसके अलावा बैंक द्वारा ₹10 प्रीमियम दिया जाता है अर्थात कुल मिलाकर एक किसान के लिए ₹15 ,3 वर्ष के लिए बीमा कंपनी को प्रीमियम देना होता है।
KCC दुर्घटना बीमा योजना के लाभ
- इसमें 70 साल तक की सभी किसान पात्र होते हैं।
- दुर्घटना में मृत्यु होने की दशा में ₹50000 दावा राशि दी जाती है।
बीमा की अवधि
बीमा कंपनी को जिस दिन प्रीमियम राशि प्राप्त हो जाती है तो प्रीमियम प्राप्ति की तारीख से यदि प्रीमियम राशी 1 साल के लिए दिया हुआ हो तो 1 वर्ष या जहां वार्षिक प्रीमियम का भुगतान 3 वर्ष हेतु किया गया है तो तीन वर्ष हेतु कर दिया जाता है।
How to Apply Online For KCC?
किसान क्रेडिट कार्ड आवेदन पत्र – यदि आप भी एक किसान है और आपके पास खेती की जमीन है तो आपका किसान क्रेडिट कार्ड आवेदन हेतु सबसे आसान तरीका अपनी नजदीकी बैंक की किसी शाख पर जाकर ही है। लेकिन फिर भी आप ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो PM KISAN की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर केसीसी के बारे में जानकारी व आवेदन कर सकते हैं। आप यहां से इसका आवेदन फार्म भी डाउनलोड कर सकते हैं।
Official links for more information about KCC
किसान क्रेडिट कार्ड से संबंधित सभी महत्वपूर्ण लिंक नीचे दी गई है –
Kisan Credit Card Yojana – FAQs
क्या किसान क्रेडिट कार्ड भी क्रेडिट कार्ड की तरह होता है ?
किसान क्रेडिट कार्ड भारतीय किसानों को सबसे सस्ते ब्याज दर पर दिया जाने वाला एक कृषि ऋण है। यह सामान्य क्रेडिट कार्ड से अलग होता है। इसे सरकार द्वारा बैंकों के माध्यम से आसान शर्तों पर दिया जाता है।
किसान क्रेडिट कार्ड योजना कब शुरू हुई थी ?
किसान क्रेडिट कार्ड योजना 1998 में शुरू की गई थी।
किसान क्रेडिट कार्ड पर 4% ब्याज का लाभ कैसे लें ?
किसान क्रेडिट कार्ड में 7% ब्याज लगता है लेकिन यदि आप 12 माह पूरे होने से पूर्व अपना लोन एक बार ब्याज सहित जमा कर देते हैं तो आपको तीन प्रतिशत की ब्याज में सब्सिडी मिल जाती है ,इस प्रकार आप 4% ब्याज दर का लाभ ले सकते हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाएं ?
किसान क्रेडिट कार्ड यानी जिसे ग्रामीण क्षेत्र में ग्रीन कार्ड भी कहा जाता है ,आप बड़े ही आसानी से बनवा सकते हैं इसके लिए आपको अपने नजदीकी बैंक जाना होगा ,बैंक में अपने जमीन की खतौनी ,खसरा आदि दस्तावेज जमा करके क्रेडिट कार्ड लोन ले सकते हैं। आप हमारे यहां आर्टिकल की लिंक पर क्लिक करके केसीसी ऋण बनवाने की पूरी प्रक्रिया जान सकते हैं।
ओटीएस स्कीम क्या है OTS ?
जब कोई किसान किसी कारणवश अपने ऋण को जमा नहीं कर पाता है तो उसे बैंक द्वारा चूककर्ता अर्थात डिफाल्टर घोषित कर दिया जाता है। ऐसी स्थिति में बैंक द्वारा ऐसे चूककर्ता से वसूली के लिए उन्हें ब्याज या मूलधन में कुछ छूट दी जाती है। इससे ओटीएस (वन टाइम सेटलमेंट) स्कीम कहा जाता है। ऐसे चूककर्ता को बैंक द्वारा दोबारा लोन नहीं प्रदान किया जाता है।
बैंक ओटीएस स्कीम क्यों लाती है ?
जब बैंक का पैसा गैर एनपीए की श्रेणी में चला जाता है तो बैंक को उसके लिए एक समय के बाद 100% प्रोविजन करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में बैंक के घाटे में जाने की आशंका रहती है इसलिए बैंक प्रोविजन से बचने के लिए कई बार एक मुश्त समाधान योजना अर्थात ओटीएस स्कीम लाती रहती है।
बैंक ओटीएस स्कीम में कितने प्रतिशत तक छूट देती है ?
हाल ही के वर्षों में बैंक के बढ़ते एनपीए के चलते OTS Scheme का चलन काफी बढ़ गया है। इससे भारी प्रोविजन से बचने के लिए विभिन्न बैंक कृषि ऋण आदि पर मूलधन 50% + पूरा ब्याज तक की छूट दे रही है कई बार यह राशि 70% तक भी देखी गई है।
धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद