क्या आप जानते है कि लिक्विड फण्ड क्या होता है, इसमें निवेश कैसे करें, जी हाँ, आज आपको इस लेख के माध्यम से बताया गया है कि Liquid Debt Fund क्या है?, यह कैसे काम करता है, यानी इसके बारे में पूरी जानकारी दी गई है।
Liquid Fund Meaning in Hindi: लिक्विड फंड एक प्रकार के म्यूचुअल फंड ही होते हैं जो 91 दिनों तक की अविशिष्ट परिपक्वता (Residual Maturity) वाली सिक्यॉरिटीज में इन्वेस्ट करते हैं। निवेश की गई संपत्ति लंबे समय के लिए बंधी हुई नहीं रहती है क्योंकि लिक्विड फंड में लॉक इन अवधि (Lock in Period) नहीं होती।
लिक्विड फंड क्या है? Liquid Fund Kya Hai
लिक्विड फंड डेट फंड का ही एक प्रकार है जो फिक्स्ड-इनकम,सिक्योरिटीज जैसे ट्रेज़री बिल्स,कमर्शियल पेपर,डिपाजिट सर्टिफिकेट जैसे डेट सिक्योरिटीज में इन्वेस्ट करते है। ये फंड 91 दिनों के अंदर मेच्योर हो जाते है, इन फंड में लॉक-इन-पीरियड नहीं होता है। अगर आप लिक्विड फंड की Redemption Request डालते है तो यह व्यावसायिक(बिज़नेस) दिनों में 24 घंटो के अंदर ही अप्रूव की जाती है।
लिक्विड डेट फंड (Liquid Debt Fund) में जोखिम स्तर कम होता है,डेट फंड में सबसे कम जोखिम लिक्विड फंड में ही माना जाता है। इसकी वजह ये है कि ये अधिकतर उच्च गुणवत्ता वाली फिक्स्ड-इनकम वाली सिक्योरिटीज में इन्वेस्ट करते है जो कम समय में ही परिपक्व(Mature) हो जाती है। इसलिए लिक्विड फंड रिस्क से बचने वाले निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है।
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Liquid Fund कैसे काम करते है?
लिक्विड फंड का मुख्य उद्येश्य उच्च रिटर्न के साथ-साथ निवेशकों को अच्छे स्तर की तरलता/लिक्विडिटी तथा उनकी पूंजी की सुरक्षा प्रदान करना है। लिक्विड फंड एक Open ended mutual fund है, जिसका अर्थ है कि निवेशक मौजूदा नेट एसेट वैल्यू पर किसी भी व्यावसायिक दिन में फंड की यूनिट्स खरीद या बेच सकते है। Liquid Fund in Hindi की NAV(नेट एसेट वैल्यू) की गणना हर रोज की जाती है और यह उस फंड के पोर्टफोलियो में शामिल निवेश के मार्केट रेट पर आधारित होती है।
- लिक्विड म्युचुअल फंड (Liquid Mutual Fund) कई निवेशकों से पैसा इकट्ठा करके इसे ऋण और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं, जैसे कॉल मनी, डिपॉजिट सर्टिफिकेट, ट्रेजरी बिल और कमर्शियल पेपर। इन उपकरणों को अत्यधिक रेटेड, कम जोखिम वाले और लिक्विड बनाया गया है, और उनकी परिपक्वता 91 दिनों तक रहती है।
- जब कोई निवेशक एक लिक्विड डेट फंड में निवेश करता है, तो उस फंड के प्रचलित नेट एसेट वैल्यू (NAV) के आधार पर फंड में एक निश्चित संख्या में यूनिट्स निर्धारित की जाती है। लिक्विड फंड का NAV प्रत्येक दिन निर्धारित किया जाता है और फंड के पोर्टफोलियो में अंतर्निहित निवेशों के बाजार मूल्य पर आधारित है।
- लिक्विड म्युचुअल फंड अक्सर बचत खातों से अधिक रिटर्न देते हैं, लेकिन इक्विटी या डेट फंड से कम। लिक्विड फंड का रिटर्न मुख्य रूप से अंतर्निहित निवेशों पर ब्याज आय (Interest Income) से मिलता है। लिक्विड फंड के फंड मैनेजर का लक्ष्य निवेशकों को अधिकतम रिटर्न देना है जबकि पोर्टफोलियो को सुरक्षित और तरलतापूर्ण बनाए रखें।
- भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) लिक्विड फंड पोर्टफोलियो को नियंत्रित करता है और उच्च रेटेड और कम जोखिम वाला होना ज़रूरी है। फंड मैनेजर लगातार पोर्टफोलियो की निगरानी करता है यह लिक्विड फंड के निवेश उद्देश्य के अनुरूप है।
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लिक्विड फंड्स के फायदे – Benefits of Liquid Funds
- तरलता और धन की आसान पहुँच: लिक्विड फंड बहुत जल्दी भुनाए जा सकते हैं और बिना किसी एक्जिट लोड या पेनल्टी के आसानी से भुनाए जा सकते हैं। यह उन्हें जल्दी और आसानी से पैसे निकालना चाहने वालों के लिए एक अच्छा निवेश विकल्प बनाता है।
- बैंक खातों से अधिक रिटर्न की संभावना: Liquid Fund बचत खातों की तुलना में अधिक रिटर्न देते हैं, जिससे वे निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक विकल्प बन जाते हैं जो अपने निवेश पर उचित रिटर्न पाना चाहते हैं।
लिक्विड डेट फंड ने पिछले कुछ वर्षों में लगभग 7 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है, जो सेविंग अकाउंट की तुलना में लगभग दोगुना है। सेविंग अकाउंट ने केवल चार से पांच प्रतिशत रिटर्न दिया है। - अन्य वित्तीय फंडों की तुलना में कम जोखिम: लिक्विड फंड कम जोखिम वाले डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं, जो 91 दिनों की परिपक्वता के साथ अन्य प्रकार के म्यूचुअल फंड की तुलना में अधिक सुरक्षित निवेश विकल्प हैं।
- कोई एग्ज़िट चार्ज नहीं है: यदि आपको धन की सख्त जरूरत हो तो अधिक लिक्विडिटी की एक अच्छी बात यह है कि निवेश के 7 दिनों के बाद जमा की गयी पूँजी को वापस लेने के लिए कोई लागू एग्ज़िट शुल्क नहीं लगता है।
लिक्विड फंड में किसे निवेश करना चाहिए?
Liquid Debt Fund में मिलने वाला रिटर्न, बैंक बचत खातों में मिलने वाले रिटर्न से अधिक होता है, इसलिए अगर आप कोई सरप्लस फंड रखते है तो उसे लिक्विड फंड में रखने का विचार कर सकते है तथा आप अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हो। लिक्विड डेट फंड उन निवेशकों के लिए भी बेहत्तर है जो जोखिम नहीं लेना चाहते है क्योंकि ये उच्च गुणवत्ता वाली सिक्योरिटीज में निवेश करते है।
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लिक्विड फंड कहाँ निवेश करते है?
आमतौर पर Liquid Fund ऐसी प्रतिभूतियां है जो अल्प अवधि,अच्छी गुणवत्ता और अत्यधिक तरलता वाली होती है। सेबी द्वारा हाल ही में जारी दिशा-निर्देशों के एक सेट ने लिक्विड फंड को निवेश के लिए सुदृढ़ किया है। लिक्विड फंड केवल लिस्टेड कमर्शियल पेपर में निवेश कर सकते हैं और एक सेक्टर में उनकी कुल एक्सपोजर सीमा 20% है। सेबी की शर्तें उन्हें जोखिमपूर्ण संपत्तियों में निवेश करने की अनुमति नहीं देती हैं। यह नियम लिक्विड फंड पोर्टफोलियो में क्रेडिट जोखिम को शामिल करना चाहते हैं।
लिक्विड फंड को भी अपनी संपत्ति का कम से कम 20% लिक्विड उत्पादों (जैसे नकद और मनी मार्केट सिक्योरिटीज) में रखना चाहिए।
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क्या लिक्विड फंड टैक्स फ्री है?
यह एक प्रकार की गलत फहमी है कि लिक्विड फंड टैक्स फ्री होते है इनपर भी बाकी ओर म्यूचुअल फंड की तरह अर्जित रिटर्न पर टैक्स लगता है। लिक्विड फंडों पर होल्डिंग अवधि के आधार पर निम्नलिखित कर(Tax) लगाए जाते हैं-
शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स-यदि आप अपनी लिक्विड फंड इकाइयों को खरीदने के तीन साल के भीतर बेचते हैं, तो पूंजीगत लाभ पर अल्पकालिक पूंजीगत लाभ कर लगाया जाएगा। आपके आयकर स्लैब दर पर अल्पकालिक पूंजीगत लाभ पर कर लगाया जाता है।
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स-यदि आप अपनी लिक्विड फंड इकाइयों को खरीदने के तीन साल बाद बेचते हैं, तो उन पर दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ कर लगाया जाएगा। ₹1 लाख तक की दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ को कर से छूट मिलती है। 1 लाख रुपये से अधिक के मामलों में, इंडेक्सेशन के बाद दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर 20 प्रतिशत कर लगता है। इंडेक्सेशन मुद्रास्फीति को ध्यान में रखते हुए आपकी लिक्विड फंड इकाइयों का खरीद मूल्य बदलना है। इससे आपका कर योग्य पूंजीगत लाभ कम होता है और आपका कर बचता है।
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बेस्ट लिक्विड फंड्स – Best Liquid Mutual Fund in Hindi
Fund Name | 1 Year Return | 3 Year Return | 5 Year Return |
Sbi Liquid Fund | 7.17% | 5.20% | 5.22% |
Aditya Birla Sun Lige Liquid Fund | 7.26% | 5.27% | 5.32% |
Lic MF Liquid Fund | 7.13% | 5.21% | 5.28% |
Quant Liquid Fund | 7.04% | 5.49% | 5.78% |
ICICI Prudential Liquid Fund | 715% | 5.19% | 5.26% |
Mahindra Manulife Liquid Fund | 7.23% | 5.28% | 5.35% |
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FAQs -Liquid Fund से जुड़े प्रश्न-उत्तर
मुझे लिक्विड फंड कब खरीदना चाहिए?
यदि आप कम जोखिम वाले छोटे अवधि के निवेश की तलाश में हैं और आपके पास बहुत सारी नकदी है जिसे कहीं नहीं निवेश किया गया है, तो लिक्विड फंड एक अच्छा विकल्प हैं।
लिक्विड फंड कितना रिटर्न देते हैं?
लिक्विड डेट म्युचुअल फंड में निवेश करना बैंक खाते या फिक्स्ड डिपॉजिट में रखने से बेहतर है। यानी इसमें अपना पैसा निवेश करके आसानी से 7% से 9% रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। वास्तव में, लिक्विड फंड सबसे अच्छे निवेश साधन हैं।
क्या मैं लिक्विड फंड से कभी भी पैसे निकाल सकता हूं?
हां, आप जब चाहे तब लिक्विड फंड से अपने पैसे निकाल सकते हो।
क्या लिक्विड फंड में एग्जिट लोड लगता है?
जी हां, आप सही कह रहे हैं। लिक्विड फंड में अगर आप 7 दिन से पहले ही अपने पैसे निकालते हैं, तो इस पर एक नियमित अग्रिम वापसी शुल्क, जिसे एग्जिट लोड कहा जाता है, लागू हो सकता है। इसलिए, लिक्विड फंड को निवेश करते समय आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपने निवेश की हुई राशि को कम से कम 7 दिन तक रखने की कोशिश करें ताकि आपको इस शुल्क से बचा जा सके।
भारत में लिक्विड फंड्स पर टैक्स कैसे लगाया जाता है?
हां, लिक्विड फंड पर भी टैक्स लगता है।
क्या Liquid Fund नेगेटिव रिटर्न दे सकते हैं?
हां, लिक्विड फंड में आपको नेगेटिव रिटर्न भी देखने को मिल सकता है क्योंकि जब आरबीआई द्वारा रेपो रेट कम की जाती है तो ब्याज कम मिलता है जिससे निवेशित राशि पर मिलने वाले रिटर्न पर प्रभाव पड़ता है।
मेरे पास कितना लिक्विड फंड होना चाहिए?
किसी भी आपातकालीन स्थिति में आपके पास कम से कम आपकी 6 महीने की आय के बराबर लिक्विड डेट फंड में निवेश होना चाहिए क्योंकि इसमें आप जब चाहे अपना पैसा निकाल सकते है।
क्या एसबीआई लिक्विड फंड सुरक्षित है?
एसबीआई लिक्विड फंड (SBI Liquid Fund) रेगुलर प्लान में ग्रोथ ट्रेलिंग रिटर्न एक वर्ष में 7.01%, तीन वर्ष में 5.09% और पांच वर्ष में 5.12% है। इस फंड का औसत वार्षिक रिटर्न 7.01% है, जो हर चार वर्ष में आपका निवेश दोगुना करता है।इस लिहाज से इसमें निवेश करना आपके लिए बेहतर हो सकता है।
कौन सा फंड बेहतर है,डेट फंड या लिक्विड फंड?
डेट फंड उच्च जोखिम उठाते हैं क्योंकि वे विभिन्न परिपक्वता और क्रेडिट रेटिंग वाले ऋण उपकरणों में निवेश करते हैं, जबकि लिक्विड फंड को उनके छोटे निवेश क्षितिज और उच्च गुणवत्ता वाली अंतर्निहित परिसंपत्तियों के कारण कम जोखिम वाला माना जाता है।
Note – मेने यहाँ Liquid Fund Meaning in Hindi के बारे में आपको बहुत ही अच्छे से जानकारी दी है फिर भी लिक्विड फंड में निवेश करने से पहले अपने स्तर पर एक बार और चेक करें।
धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद