Public Provident Fund in Hindi: पीपीएफ अकाउंट या पब्लिक प्रोविडेंट फंड योजना लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट के साथ-साथ सुरक्षा, गारंटीड रिटर्न और टैक्स में बचत के कारण सबसे लोकप्रिय निवेश का माध्यम माना जाता है।
फाइनेंस मिनिस्ट्री नेशनल सेविंग संस्था ने भारतीय नागरिको के लिए 1968 में पीपीएफ योजना (Public Provident Fund Scheme) को शुरू किया था।
पीपीएफ खाता क्या है? PPF Account
एक लम्बी अवधि में नियमित रूप से पैसा जोड़ कर रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए पीपीएफ अकाउंट में निवेश किया जाता है क्योंकि PPF Account 15 साल के लॉक-इन-पीरियड के साथ खोला जाता है लेकिन जरूरत पड़ने पर पहले भी पैसा निकाल सकते है और 80 C सेक्शन के अंतर्गत पीपीएफ ब्याज पर टैक्स भी नहीं लगता है।
भारत सरकार द्वारा हर तिमाही पर PPF के लिए नई ब्याज दर (Interest Rate) जारी की जाती है और जो ब्याज दर दी जाती है उतने रिटर्न की गारंटी दी जाती है इसलिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड में निवेश करना सुरक्षित इन्वेस्टमेंट में से एक माना जाता है जिसकी वजह से यह सबसे ज्यादा लोकप्रिय है।
पीपीएफ अकाउंट कैसे खोलें – How to Open PPF Account
पुलिस प्रोविडेंट फंड अकाउंट (Public Provident Fund) उन निवेशकों के लिए बेहतरीन निवेश विकल्प है जो हर महीने छोटी रकम जमा करके लम्बे समय में संपत्ति बनाने पर विश्वास करते है। इसलिए आप किसी भी बैंक या डाकघर (Post Office) में पीपीएफ खाता ओपन कर सकते है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड में ऑनलाइन खाता ऐसे खोलें
मेने यहाँ पर स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI Bank) में PPF Account ओपन करने की जानकारी दी है, आप अन्य किसी भी बैंक में ओपन कर सकते है एक जैसी ही प्रक्रिया होती है।
- सबसे पहले SBI वेबसाइट पर जाये और अपनी कस्टमर आईडी से लॉगिन करें।
- फिर ‘Deposits & Investment’ पर क्लिक करके ‘Public Provident Fund (PPF)’ पर क्लिक करें।
- फिर आप ‘PPF Account Opening (Without Visiting Branch)’ पर क्लिक करें।
- अब खाते का चयन करके ‘Proceed’ पर क्लिक करें।
- फिर आप डिपाजिट अमाउंट एंटर करें और नॉमिनी नाम एंटर करके ‘Submit’ पर क्लिक करें।
- अब आप फर्स्ट अमाउंट ट्रांसफर करके अपना पीपीएफ अकाउंट एक्टिवेट कर सकते है।
- फिर PPF Account ओपन होने के 30 दिनों के भीतर बैंक ब्रांच जाकर अपनी KYC प्रक्रिया पूरी करें।
Offline Public Provident Fund Account Open
अगर आप ऑफलाइन यानी बैंक जाकर अपना पीपीएफ अकाउंट ओपन करवाना चाहते है तो आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प अपने नजदीकी डाकघर (Post Office) में ओपन कर सकते है।
- सबसे पहले नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाये और ‘PPF Account Opening Application Form’ लीजिये।
- फिर फॉर्म में अपनी पूरी डिटेल अच्छे से ध्यानपूर्वक एंटर करें और जरुरी डॉक्युमेंट्स कॉपी और फोटोग्राफ्स के साथ फॉर्म सबमिट करें।
- अब सभी दस्तावेज के साथ फॉर्म पोस्ट ऑफिस में जमा करने के बाद अमाउंट डिपाजिट कर सकते है और पीपीएफ अकाउंट पासबुक प्राप्त कर है जिसमे आपके खाते की पूरी जानकारी लिखी हुई है।
- डाकघर पीपीएफ खाता ओपन करने के लिए पहली जमा रकम 500 रूपए है और अधिकतम प्रारम्भिक रकम 70,000 रूपए है जबकि प्रत्येक वर्ष अधिकतम 1.5 लाख रूपए ही जमा कर सकते है।
पीपीएफ खाता खोलने की पात्रता (Eligibility PPF Account)
- सबसे पहले पब्लिक प्रोविडेंट फंड में अकाउंट बनाने के लिए आपका भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
- 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति पीपीएफ अकाउंट के लिए पात्र है और अधिकतम आयु सिमा नहीं है।
- एक नाबालिक अपने माता-पिता या क़ानूनी अभिभावक की देखरेख में खाता ओपन करवा सकता है।
- एक व्यक्ति केवल एक ही Public Provident Fund (PPF Account) ओपन करवा सकता है।
- आपके पास कुछ महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट भी होने चाहिए जैसे –
पीपीएफ अकाउंट के लिए आवश्यक डॉक्युमेंट्स
- पहचान प्रमाण पत्र: पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर कार्ड
- एड्रेस प्रमाण पत्र: आधार कार्ड, पासपोर्ट, बिजली बिल, किराया नामा
- पासपोर्ट साइज फोटो
- PPF Account Opening Form
- नॉमिनी डिटेल
पीपीएफ ब्याज दर (PPF Interes Rate) क्या है
भारत सरकार द्वारा हर तीसरे महीने (Quarterly) पब्लिक प्रोविडेंट फंड की ब्याज दर (Interest Rate) में बदलाव किया जाता है यह बदलाव कम या ज्यादा हो सकता है। वैसे अन्य सरकारी सेविंग स्कीम से पीपीएफ योजना में बेहतर रिटर्न मिलता है जैसे नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSCs), पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट्स और बैंक FD इन सभी की तुलना में आपको Public Provident Fund अकाउंट में इंटरेस्ट रेट ज्याद ही मिलेगी। इसलिए इस तिमाही (जनवरी से मार्च) में पीपीएफ अकाउंट (PPF Account) ब्याज दर 7.1% तय की गई है।
पीपीएफ अकाउंट खोलने के लिए सबसे अच्छा बैंक कौनसा है
वैसे जब से PPF योजना शुरू हुई है तब से अनेक बैंकों ने पब्लिक प्रोविडेंट फंड खाता खोलने पर नई नई सुविधा नागरिकों को दी है लेकिन मुझे पर्सनली स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI Bank) सही लगती है क्योंकि यह सरकार के अधीन कार्यकर्त है और इसके देशभर में 15,000 से ज्यादा बैंक ब्रांच है जिससे PPF Account ओपन करने में आसानी होती है और इस बैंक ने ऑनलाइन अकाउंट ओपन करने की सुविधा भी है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड टैक्स निति – Public Provident Fund Tax
पीपीएफ अकाउंट में निवेश की गई राशि और मिलने वाला रिटर्न टैक्स-छूट (Tax-Exempt) श्रेणी में आता है इसका मतलब है कि PPF योजना में किया गया निवेश और उसमे मिलने वाला ब्याज रकम दोनों पर भारत सरकार द्वारा कोई भी टैक्स नहीं लगाया जाता है।
इसलिए आप हर साल 1.5 लाख रूपए Public Provident Fund Account में निवेश कर सकते है जो अधिकतम लिमिट है PPF में निवेश करने वाला निवेशक आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स कटौती का पात्र है इसलिए टैक्स बचाने की इच्छा रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए पीपीएफ अकाउंट में निवेश करना एक उत्कृष्ट विकल्प है।
पीपीएफ अकाउंट से पैसे कैसे निकाले
PPF योजना 15 वर्षो के बाद मिचौर होती है इसलिए इस अवधि के पूरा होने के बाद निवेशक अपना पैसा तुरंत निकाल सकते है और चाहे तो वापस निवेश भी कर सकते है, लेकिन अगर 15 वर्षो के पहले भी जरूरत पड़ती है तो निवेशक 5 वर्ष के बाद ही अपनी रकम का केवल 50% हिस्सा निकाल सकते है।
PPF Account से पैसे निकालने की प्रक्रिया
पीपीएफ खाते से आधा या पूरा पैसा निकालने के लिए आपको फॉर्म-सी (Form-C) भरकर बैंक या पोस्ट ऑफिस में जमा करवाना पड़ेगा, जहाँ पर आपका खाता खोला हुआ है।
नोट – आपको पैसे मिलने के तीन भाग देखने को मिलेंगे फॉर्म-सी में जो इस प्रकार है।
- 1. बुनियादी विवरण (Basic Details): इस भाग में आपको अपने PPF Account Number, खाते में कुल रकम, निकालने वाली कुल रकम, अब तक के निवेश की वर्ष आदि।
- 2. कार्यालय विवरण (Office Use): इस भाग में जो भी जानकारी एंटर करनी है वो सिर्फ बैंक/पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी ही एंटर कर सकते है।
- 3. पावती अनुभाग: इस आखिरी भाग में आपको अपने बैंक अकाउंट की डिटेल एंटर करनी है जिसमे आपको अपना पीपीएफ योजना का पैसा चाहिए। इसमें अपनी फोटो और हस्ताक्षर भी करें।
इसे भी पढ़े: म्युचुअल फण्ड क्या है (Mutual Fund), कैसे करें इन्वेस्ट, सम्पूर्ण जानकारी
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और अन्य सेविंग योजना के बिच अंतर
मेने यहाँ पर म्युचुअल फंड जो निवेश की दुनिया में स्टॉक मार्किट के बराबर रिटर्न देता है, और फिक्स-डिपाजिट (FD) और जीवन बिमा (LIC) के बारे में जानकारी दी है वैसे और भी ऐसी योजना है जिनसे पीपीएफ योजना अच्छी है।
पीपीएफ योजना बनाम म्युचुअल फंड – PPF vs Mutual Fund
Public Provident Fund सरकार द्वारा निर्धारित एक बचत प्रणाली है जिसमे रिटर्न फिक्स होता है जबकि म्युचुअल फंड में स्टॉक मार्किट में निवेश करने का एक माध्यम है जिसमे रिटर्न फिक्स नहीं है इसलिए PPF से कम या ज्यादा रिटर्न मिल सकता है।
आयकर अधिनियम की धारा 80C के अंतर्गत पीपीएफ में निवेश और निवेश पर मिलने वाले रिटर्न टैक्स फ्री होते है जबकि म्युचुअल फण्ड में ELSS स्कीम को छोड़ कर सभी Mutul Fund Scheme में निवेश और रिटर्न पर टैक्स लगता है।
अब तक के इतिहास में देख जाये तो हर बार म्युचुअल फंड ने PPF से बहोत ज्यादा रिटर्न निवेशकों को दिया है।
पीपीएफ अकाउंट बनाम फिक्स डिपॉज़िट – PPF vs FD
पब्लिक प्रोविडेंट फंड और एफडी दोनों ही ब्याज आधारित रिटर्न की गारंटी देते है। हालाँकि, FD में 7 दिन से लेकर 10 साल तक टाइम पीरियड होता है जबकि पीपीएफ में 15 साल का टाइम पीरियड होता है।
दोनों में ही टाइम पीरियड पूरा होने से पहले अमाउंट निकालने पर चार्ज (Charges) लगता है।
एफडी में इंटरेस्ट रेट बैंक और PPF की ब्याज दर सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है एफडी से मिलने वाले रिटर्न टैक्स के अंतर्गत आता है जबकि पीपीएफ पर कोई टैक्स नहीं लगता है।
Public Provident Fund में हर साल 1.5 लाख रूपए जमा कर सकते है जबकि एफडी में लिमिट नहीं होती है, FD ब्याज दर एक बैंक से दूसरी बैंक में कम या ज्यादा हो सकती है जबकि PPF ब्याज दर सभी बैंको और पोस्ट ऑफिस में एक ही होती है जिसे सरकार निर्धारित करती है।
पीपीएफ बनाम एलआईसी – PPF vs LIC
निवेश और बिमा दोनों के बिच की रेखा भी एक ही सामान है जीवन बिमा खतरे के समय पैसो की मार से बचाता है वहीं निवेश राशि भविष्य अच्छे पैसो की गारंटी देता है जिस प्रकार इंसान के लिए हाथ और पैर दोनों की जरूरत होती है ठीक उसी प्रकार एक अच्छे और सुरक्षित भविष्य के लिए जीवन बिमा और निवेश राशि होनी चाहिए।
यदि किसी भी निवेश की परिजन उसकी आय पर ही निर्भर है तो उन्हें बिमा अवश्य करवाना चाहिए आप LIC या इसके आलावा भी अन्य बिमा करवा सकते है जैसे – टर्म इंश्योरेंस, ULIP एवं एंडोमेंट प्लान आदि।
Public Provident Fund (PPF) – FAQs
क्या पीपीएफ सबसे बेहतर निवेश माध्यम है?
Ans. नहीं, पीपीएफ केवल उन लोगों के लिए निवेश का बेहतर विकल्प है जो लॉक इन पीरियड में रह सकता है और जो पूरी तरह अपने निवेश को सुक्षित रखना चाहते है यानी 15 साल तक रिटर्न का इंतजार कर सकते है जबकि म्युचुअल फंड एक ऐसा निवेश विकल्प है जिसमे PPF से ज्यादा रिटर्न मिलने की पूरी सम्भावन भी है और जब चाहे तब पैसा निकाल सकते है।
क्या HDFC बैंक पीपीएफ अकाउंट के लिए एक अच्छा बैंक है?
Ans. हाँ, HDFC बैंक में पब्लिक प्रोविडेंट फंड खाता खुलवा सकते है।
KVP या PPF में बेहतर निवेश कौनसा है?
Ans. यदि आप ऐसे निवेश की तलश में है जो दीर्घकालिक स्थिरता और न्यूनतम जोखिम प्रदान करता है तो आपके लिए KVP अच्छा है और यदि आप लचीलापन और उच्च रिटर्न पसंद करते है तो आपको पीपीएफ चुनना चाहिए।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में कौन निवेश नहीं कर सकता है?
Ans. NRI और हिन्दू अविभाजित परिवार (HUF) पीपीएफ खाता खोलने के पात्र नहीं है।
मुझे किस उम्र में पीपीएफ अकाउंट में निवेश करना चाहिए?
Ans. पीपीएफ में निवेश करने के लिए आपकी उम्र 18 वर्ष होनी चाहिए, और वैसे इसमें निवेश के लिए कोई उम्र सिमा नहीं होती है क्योंकि अगर आपकी उम्र 18 वर्ष से कम है तब भी अपने माता-पिता या अभिभावक के अंतर्गत अपना PPF Account खोल सकते है और निवेश कर सकते है।
पीपीएफ में न्यूनतम निवेश कितना कर सकते है?
Ans. पीपीएफ में 500 रूपए न्यूनतम निवेश कर सकते है जबकि एक साल में अधिकतम 1.5 लाख रूपए निवेश कर सकते है।
पीपीएफ (PPF) का ब्याज दर कितना है?
Ans. वर्तमान 2024 में भारत सरकार द्वारा पीपीएफ का 7.1% ब्याज दर (Interest Rate) निर्धारित किया गया है।
क्या PPF खाते से 15 साल से पहले पैसे निकाल सकते है?
Ans. हाँ, आप PPF खाते से 15 साल से पहले पैसे निकाल सकते है।
पीपीएफ अकाउंट में 15 साल बाद कितना पैसा मिलता है?
Ans. हर महीने या हर साल आप PPF Account में 15 साल तक जितना पैसा जमा करवाते है तो फिर 15 साल बाद आपके पैसे पर सालाना 7.1% का ब्याज और मूलधन दोनों मिलेंगे।
धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद